जानते हो
तुम्हें जो ये लगता है
उस खिलौनेको फैक दिया बाहर
अब वो टुटासा खिलौना
जिसकी तुम्हें जरूरत नहीं
ना आयेगा पास
तो सूनो ज़ाना
तुम गलत हो
क्या तुम्हें मालुम नहीं इन टुटी हुई चिज़ो का भी मसीहा होता है जो इन्हें नये रूप नये रंग में ढालता है
जिन्हें फैक देते हो तुम ये मसीहा उन में नया जान फूँकता है रख आता फिरसे उस बाज़ार की भीड़ में तुम्हारे ही नज़रों के ठिक सामने
जिसे फैक दिये थे कल हो सकता है आज उसी को खरीदने को मन हो जायें चंचल ले जाओ साथ अपने फिरसे बूनों तुम कुछ नये सपने ♥
क्या तुम्हें मालुम नहीं इन टुटी हुई चिज़ो का भी मसीहा होता है जो इन्हें नये रूप नये रंग में ढालता है
जिन्हें फैक देते हो तुम ये मसीहा उन में नया जान फूँकता है रख आता फिरसे उस बाज़ार की भीड़ में तुम्हारे ही नज़रों के ठिक सामने
जिसे फैक दिये थे कल हो सकता है आज उसी को खरीदने को मन हो जायें चंचल ले जाओ साथ अपने फिरसे बूनों तुम कुछ नये सपने ♥
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